Wednesday, February 22, 2012

होरी तै रूक जाइयो भइयो नेता जी आउत है ...


अंबरीश कुमार / दिनेश शाक्य
इटावा, फरवरी। होरी तै रूक जाइयो भइयो नेता जी आउत है ... । इटावा जिला मुख्यालय से करीब बारह किलोमीटर दूर गुलाबपुरा गांव में यह एक नौजवान नौजवान दूसरे से कहता मिला । यह कोई होली आने की सूचना नहीं बल्कि सत्ता में समाजवादी पार्टी के लौटने की आहट से से पैदा हुए यादव युवक का दंभ , उत्साह और चेतावनी सभी है । इटावा के आसपास के यादव बहुल गांवों का दौरा कर ले तो पता चलेगा यहाँ बिरादरी के नौजवान और बूढ़े सभी उस होली का इंतजार कर रहे है जो चुनाव नतीजों के बाद आने वाली है ताकि मुलायम की ताजपोशी का जश्न रंगों के साथ मनाया जा सके ।मुलायम के गढ़ में उनके सत्ता से जाने के बाद उनकी बिरादरी के उन लोगों को कई तरह की परेशानी का भी सामना करना पड़ा है जो सपा की राजनीति के वाहक रहे है । पढाई ,नौकरी ,फर्जी मुक़दमे से लेकर जब्त हुई बंदूके भी इन समस्यायों में शामिल है । यहाँ बंदूके आतंक से ज्यादा सम्मान का प्रतीक है । वे भी रखते है जिन्होंने सालों से एक परिंदा भी नहीं मारा होगा । मुलायम सिंह के सत्ता में लौटने को लेकर विरोधी दलों के लोग लखनऊ से इटावा तक प्रचार कर रहे है ,यादव तो अभी से लाठी को तेल पिलाने लग गए है । पिछड़ी जातियों में सबसे मुखर और आक्रामक यादव ही माने जाते है जिनमे से बहुत से पिछले साढ़े चार साल से पिट भी रहे है यह दूसरा सच भी है । यह अनायास नहीं है कि हर सभा में अपनी पार्टी के लोगों को भी आगाह करते हुए मुलायाम सिंह कह रहे है -गुंडई अगर पार्टी के लोगों ने की तो फ़ौरन बाहर कर दूंगा । अपने इलाके और बिरादरी का मिजाज मुलायम सिंह यादव से ज्यादा कौन जानता होगा । इसी गुंडागर्दी का ठप्पा लगाकर मायावती ने उन्हें सत्ता से बाहर भी किया था और मायावती अपनी सभाओं में उसी गुंडागर्दी की यादे ताजा करा रही है। पर दूसरा तथ्य यह भी है कि मुलायम राज की पांच साल पुराणी गुंडागर्दी पर मायावती राज का भ्रष्टाचार भारी पड़ रहा है । हालाँकि मैनपुरी में सपा उम्मीदवार ने फिर वही आचरण दिखाया जिससे लोग आशंकित हो जाते है ।
होरी तै रूक जाइयो भइयो नेता जी आउत है , कुछ ऐसी ही देसी जुबान मे सैफई यानी मुलायम के गांव के आसपास के लोग बोल रहे है है । गांव जब कोई बाहरी आदमी का आगमन होता है तो गांव के परिचित से इन शब्दो के जरिए जानने की कोशिश करत है। गांवो के आसपास के खेतो मे गेंहू ही गेंहूँ दीखता है ।जल्दी बोई ही गेहू की फसलो को किसानो को काटते हुए भी देखा गया है। इटावा का अधिकतर इलाका पचार बोला जाता है जहा पर पानी की बहुतायत रहती है इस वजह से गेहु और धान का ज्यादा प्रचलन है । लेकिन कुछ किसान घरेलू उपयोग के लिए सरसो और लहसुन की खेती भी कर लेते है। ऐसे कई गांव का दौरा करने पर मुलायम सिंह को लेकर बिरादरी के लोगों में काफी उत्साह दिखाई पड़ रहा है । यहाँ कल मतदान होगा ।समाजवादी पार्टी के छोटे बडे नेताओ ने इस इलाके मे सपा की नैया को पार लगाने के लिये चुनाव से पहले ही कसरत शुरू कर दी थी जो चुनाव आते आते एक अखाडे मे तब्दील हो चुकी है ।अब मुलायम का इलाका सपा के लिए जहा प्रतिष्ठा का सबाल तो बना ही हुआ है वही दूसरी ओर काग्रेस ओर बसपा भी अपने आप को कम नही मान रही है क्यो कि काग्रेस केराहुल गांधी और बसपा की मुखिया मायावती भी अपने लोगो मे जोश भर गई है।
कई सर्वे रिर्पोटो के बाद इस इलाके के यादव बहुल गांवों मे खासा जोश देखा जा रहा है। उदयपुरा,गंगापुरा,केशवपुरा,अडूपुरा और गुलागबपुरा के किसी भी यादव नौजवान से बात कर ले समाजवादी पार्टी का समर्थक नजर आएगा । सत्ता विरोधी व्यापक लहर और बसपा के खिलाफ बने माहौल ने मुलायम सिंह यादव के पक्ष मे हवा बना दी है। चुनाव से पहले बसपा मे हिस्सेदारी करने वाले गंगापुरा गांव के प्रधान अरिवंद यादव पिछले लोकसभा चुनाव मे बसपा के पक्ष मे थे लेकिन अब बसपा की नीतियो से उनका मोहभंग हो चुका है । अब वी समाजवाद का झंडा उठाए है और लोहिया के नारे लगते है । अरविन्द यादव ने जनसत्ता से कहा - बहुजन समाज पार्टी की वर्तमान सरकार ने प्रदेश के हित मे या प्रदेश के लोगो के लिये कोई कार्य नही किया । इस सरकार मे सिर्फ पार्क और मूर्तियां बनी ,जितने भी सरकारी ठेके थे वह उनके मंत्रियो के चेले चपेटो के अलावा अन्य किसी अन्य को नही दिए । हम किसी भी सरकारी दफ्तर मे जाते है तो बिना पैसे के काम नही होता।सरकार की मुखिया कभी भी जनता के बीच नही जाती ।जबकि मुलायम सिंह यादव हमेशा जनता के बीच रहते है मुलायम सिंह यादव के राज मे प्रदेश मे जितनी सडको और पुलो का निर्माण हुआ वह आज तक किसी अन्य ने नही कराया।
उदयपुरा गांव के 70 साल के बजुर्ग सुदंरलाल यादव का कहना है कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव पर हमेशा से ही विरोधी दलो के निशाने पर रहे है । यह आरोप गलत है कि मुलायम सिंह यादव ने सिर्फ अपने इलाके मे ही विकास कार्य का काम कराया सही तो यह है कि हर इलाके मे विकास कराया है। इसके विपरीत अन्य किसी भी सरकार मे इटावा जिले के लिये विकास का ऐसा कोई कार्य नही किया गया जिसको जनता अपने दिल और दिमाग पर रखती है। गंगापुरा के अमरवीर सिंह यादव ने कहा - मुलायम सिंह यादव हमेशा जनता के बीच मे रहकर काम करते है और हमेशा जनता के सुख दुख मे शामिल रहते है। इन प्रतिक्रियाओं से यादव बिरादरी के बड़े होस्से की मनो भावनाओं को समझा जा सकता है ।
चैधरी चरण सिंह पोस्ट ग्रेजुएट कालेज के प्रवक्ता डा.अरविंद यादव ने कहा , इटावा और मुलायम सिंह यादव का गहरा नाता है लेकिन सत्ता की दूरी ने एक दूसरे को मुश्किल मे डाल दिया है। दोनो की इसी मे भलाई हो सकती है कि एक बार फिर से उत्तर प्रदेश की सत्ता मे मुलायम सिंह यादव के दल का प्रभाव बने तभी इटावा और मुलायम दोनो का भला संभव है। डा.यादव ने आगे कहा - मायावती की अगुवाई मे ऐसे काम भी हुए जो ना केवल जनविरोधी है बल्कि उससे आम लोगो को कोई लाभ नही हुआ है ऐसे मे हवा का रूख बसपा के खिलाफ हो रहा है। बसपा विरोध का फायदा समाजवादी पार्टी को हर हाल मे मिलना तय माना जा रहा है।
मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई के प्रधान दर्शन सिंह यादव ने कहा -बसपा की सरकार मे ऐसे ऐसे काम किये गए है जिसकी वजह से लोग मुलायम के करीब आ रहे है ।ऐसे मे मुलायम यादव की सरकार के ना बनने की कोई संभावना नजर नही आती है। अब साफ हो चला है कि मुलायम के अलावा किसी की भी ताजपोसी नही होगी। वे यह कहने से भी नही चूके कि मुलायम सिंह यादव की जब तब ताजपोशी नही होती तब यह विकास योजनाएं ठप ही पडी रहेगी और मुलायम की वापसी के बिना इनका कोई भी तारणहार नही हो सकता है। गुलाबपुरा गांव के विनोद कुमार यादव का कहना है कि सत्ता विरोधी लहर ने मुलायम सिंह यादव के पक्ष मे माहौल बना दिया है इसी वजह से सत्ता विरोधी लहर आई है सपा की सरकार बनने बनने के पक्ष मे हवा का रूख बह चुका है 2007 मे जैसे मुलायम सरकार की गुंडागर्दी मुलायम के विरोध मे थी ठीक वैसी ही इस समय बसपा के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुददा मुलायम को सत्ता के करीब पहुचा रहा है।
jansatta

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