Thursday, February 23, 2012
हार से डरी कांग्रेस अब वोटरों को धमका रही
जायसवाल का बयान कांग्रेस की रणनीति
अंबरीश कुमार
लखनऊ / कानपूर 23 फरवरी । उत्तर प्रदेश में अगर कांग्रेस की सरकार नही बनी तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगेगा । यह टिपण्णी आज कांग्रेस के दूसरे नेता और कैबिनेट मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कानपुर में की । इसपर विपक्षी दलों ने साफ़ कहा -चुनाव में हार से डरी कांग्रेस अब मतदाताओं को धमकी दे रही है जिसकी शिकायत अब चुनाव आयोग से की जाएगी । समाजवादी पार्टी ,भारतीय जनता पार्टी ,भाकपा और जन संघर्ष मोर्चा आदि ने इसे चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली टिप्पणी बताया । समाजवादी पार्टी और भाकपा इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज करने जा रही है । कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के बाद कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता का यह दूसरा बयान है जो ठीक मतदान शुरू होते दिया गया है । इसका संदेश सभी तरह के मतदाताओं के लिए साफ़ है कि वे कांग्रेस के पक्ष में वोट वर्ना राष्ट्रपति शासन लगेगा । इससे पहले दस फरवरी को श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा था ,मुख्यमंत्री कोई बने रिमोट राहुल गाँधी के हाथ में ही होगा ।राहुल गाँधी ,दिग्विजय सिंह ,सलमान खुर्शीद ,बेनी प्रसाद वर्मा ,कपिल सिब्बल और फिर अब श्रीप्रकाश जायसवाल का बयान कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है ताकि एक तरफ मीडिया की कवरेज में बड़ा हिस्सा पार्टी के के खाते में हो और चर्चा में कांग्रेस हो दूसरा दल नहीं । दूसरे मतदाताओं को यह महसूस होना चाहिए कि कांग्रेस सत्ता में नहीं आई तो अस्थिरता ही बनी रहेगी इसलिए स्थिरता के लिए कांग्रेस को लाए । पर इस रणनीति को लेकर कांग्रेस ज्यादा भ्रमित है बाकि कोई नहीं ।
कानपुर में वोट डालने जा रहे कैबिनेट मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने दावा किया कि यूपी में केवल कांग्रेस की ही सरकार बनेंगी अगर कांग्रेस बहुमत में नहीं आती है तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू होगा। श्रीप्रकाश जायसवाल ने यह भी कहा, चुनाव के परिणाम चैंकाने वाले होंगे। हर चरण में जो 15 फीसदी अधिक मतदान हो रहा है, यह युवा मतदाताओं के वोट डालने का नतीजा है, जो केवल और केवल कांग्रेस के पक्ष में जा रहा है। युवा कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से प्रभावित होकर ही ये वोट डालने जा रहे हैं। इस संवादाता ने जब पूछा ,चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत न मिलने पर कांग्रेस क्या रुख होगा , जायसवाल ने कहा -कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने जा रहा है। अगर हमारे नंबर कुछ कम पड़ते हैं तो राष्ट्रपति शासन लागू होने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विधायक दल ने अगर उन्हें नेता चुन लिया तो उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने से कोई गुरेज नहीं । अपने इस बयान से जायसवाल भले पलट जाए पर जो कहा वह सभी ने सुना । जायसवाल के इस बयान को कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है । उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबले से बाहर चल रही कांग्रेस की चिंता अपनी सीटे बढ़ाना है ताकि सत्ता के खेल में कोई भूमिका बन सके । समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा - उत्तर प्रदेश में कांग्रेस न तो पक्ष में आ रही है न विपक्ष में ।मुकाबले से बाहर हो चुकी कांग्रेस अब इस तरह के हथकंडों से मतदाताओं को और चुनाव की प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है । चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की जा रही है । यह लगातार दूसरी बार हुआ है और केंद्रीय मंत्री लगातार किसी न किसी बहाने चुनाव आयोग पर हमला कर रहे है । इससे बड़ी कोई धमकी हो ही नहीं सकती कि हमें जिताओं वर्ना राष्ट्रपति शासन लगा देंगे । कांग्रेस ने पहले पूर्वांचल और अवध में यह सब हथकंडे अपनाए पर कोई फायदा नहीं हुआ और अब पश्चिम के मुस्लिम मतदाताओं के लिए ह़र हथकंडे अपनाए जा रहे है पर कोई असर नहीं होने वाला । दूसरी तरफ भाजपा नेता कलराज मिश्र ने कहा -यह कांग्रेस की बौखलाहट को दर्शाता है जो पूरब से पश्चिम तक हार रही है । इस मामले में चुनाव आयोग को भी संज्ञान लेना चाहिए क्योकि यह धमकी है । भाकपा के राज्य सचिव गिरीश ने कहा -इस मामले में पार्टी कल चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज करने जा रही है ।समूचे प्रदेश में कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ चुकी है इसलिए ऐसे हथकंडे अपनाए जा रहे है ।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता प्रदेश की जनता को खुलेआम राष्ट्रपति शासन लगवाने की धमकी दे रहे हैं। जनता खुद इसका हिसाब लेगी। कांग्रेस को दोहरी राजनीति बंद करनी चाहिए।पाठक ने केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हार की संभावनाओं से हताश-निराश कांग्रेसी नेताओं की इस तरह की बयानबाजी स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह भी इस तरह की बयानबाजी कर अपनी पार्टी की पूर्वनिर्धारित रणनीति का खुलासा कर चुके हैं। किसी भी प्रकार से सत्ता हासिल करना कांग्रेस की मानसिकता हो गई है। ये लोग अपनेे अतिरिक्त किसी और पार्टी को सत्ता में नहीं देखना चाहते। इसलिए जहां दूसरी पार्टियों का शासन है वहां राष्ट्रपति शासन लगाकर शासन करना चाहती है। इस खेल के तहत कांग्रेस के सभी नेता अभी से फील्डिंग करने में लग गए है। JANSATTA
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