Monday, February 6, 2012

मुलायम सिंह यादव के साथ पूर्वांचल में एक दिन





सुबह मुलायम सिंह के साथ बात शुरू ही करने वाला था तो सविता का फ़ोन आया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत फोन कर रहे है और मेरा फोन नहीं मिल रहा .तब मैंने कहा शाम को लौटकर बात हो पाएगी क्योकि सिग्नल मिलना मुश्किल है .बहरहाल लौटकर खबर बनाने से पहले अपने संपादक थानवी जी का फोन आया और उनसे करीब पंद्रह मिनट बात हुई तो प्रभात खबर के संपादक राजेंद्र तिवारी का फोन फिर अशोक गहलौत से बात हुई तो मुझे ध्यान आया सीएनबीसी आवाज चैनल के एक्जक्यूटिव एडिटर और अपने बचपन के साथी आलोक जोशी ने फेसबुक में किसी दहेज़ हत्या का जिक्र किया था और मैंने फेसबुक में उसे शेयर भी किया था .इसलिए फ़ौरन अशोक गहलोत की बात काटते हुए मैंने इस घटना पर कार्यवाई के लिए कहा तो उनका जवाब था -आप बताए फ़ौरन कार्यवाई होगी ,मैंने कहा यह तो मैंने फेसबुक पर देखा था आलोक जोशी से कहता हूँ वे ब्यौरा देंगे .गहलौत ने कहा -आप उनका नंबर दे हम खुद बात कर लेंगे .और फिर आलोक जोशी का मुंबई से भी फोन आ गया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री के यहाँ से ब्यौरा माँगा गया है और मै दे रहा हूँ .
खैर ,आज यात्रा काफी सुखद रही क्योकि शुरुआत क्लब वन के सात सीटों वाले आरामदेह जेट विमान से आजमगढ़ तक जाना था और आगे की यात्रा हेलीकाप्टर से थी .इस विमान में मुलायम सिंह और मै था पर दो सवारियों पर एक एयर होस्टेस निधि भी तैनात थी जो रास्ते भर काफी ,कोल्ड ड्रिंक के अलावा टाफी का रैपर खोलने से लेकर सीट बेल्ट बांधने में भी मदद कर रही थी .मुलायम सिंह को टाफी खाते देख कुछ हैरानी हुई तो उससे ज्यादा हैरानी आजमगढ़ में गाँव से आई दही को खाकर व्योम बाला निधि की टिप्पणी सुनकर हुई .उसने कहा -सर ऎसी दही आज से पहले कभी नहीं खाई .
बहरहाल आजमगढ़ में उतरने से पहले मुलायम सिंह ने कहा -अम्बरीश ,यह हवाई पट्टी मैंने बनवाई थी और अज पहली बार यहाँ उतर रहा हूँ .खास बात यह है कोई और यहाँ उतरा भी नही.बाद में इस हवाई पट्टी के भव्य लाउंज में खाना हुआ तो अनौपचारिक उदघाटन भी हो गया .आगे का सफ़र गांवों और कस्बे का था लिहाजा हेलीकाप्टर से जाना हुआ .उसके बाद कई गांवों और कस्बों में लोगो से बात हुई .
पूर्वांचल का यह चौथा दौरा कुछ ही समय में हुआ और दर्जन भर से ज्यादा जिलों की खाक छान ली है .अब बुंदेलखंड की बारी है .आज का लब्बो लुआब -कांग्रेस अख़बार और चैनल में ज्यादा है जमीन पर कम .
अम्बरीश कुमार

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