Saturday, March 24, 2012

काली रेत के समुद्र तट पर




सविता वर्मा
दोपहर तीन बजे मुंबई के सांताक्रुज हवाई अड्डे पर उतरे तो बाहर आते ही स्वेटर उतारने पर ही रहत मिली ।उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड से आने पर मुंबई की गर्मी खली नहीं ,पर ट्रैफिक ने काफी परेशान किया । जाना दादरा नागर हवेली और दमन के दोनों खुबसूरत समुद्री तट पर था । बीच में बोरीवली के आगे किटी मुखर्जी के न्योते पर सूटिंग भी देखनी थी । सब निपटाकर मुंबई -अमदाबाद राजमार्ग पर आए तो राहत महसूस हुई ।सड़क के दोनों तरफ कभी खेत आते तो कभी जंगल और पहाड़ ।करीब तीन घंटे बाद हम मोती दमन के वीआईपी सर्किट हाउस पहुँच गए जो दमन प्रशासन का राजभवन माना जाता है ।पुर्तगालियों का बनाया करीब ५०० साल पुराना चर्च बगल में है तो आगे बढ़ने पर जम्पोर का समुद्र तट ।सर्किट हाउस के नीचे के सूट में रुकने का इंतजाम था ।ऊपर दिल्ली के उप राज्यपाल तेजिंदर खन्नाऔर उनकी पत्नी रुकीं थी ।बैरा रात के खाने का मीनू जानना चाहता था ताकि बेवक्त बाहर न जाना पड़े ।दरअसल बाजार कुछ दूर था और सामिष व्यंजनों के लिए पहले व्यवस्था करनी थी ।समुद्र तट के किनारे होने के बावजूद हम लोगों में किसी को मछली खाने का शौक नहीं था ।कुछ ही देर में हम जम्पोर तट पर पहुच गए ।रास्ते में जगह जगह नारियल,हापुस आम और चीकू के पेड़ नज़र आ रहे थे ।
मोती दमन से जम्पोर तट का रास्ता घूमता बल खाता कई गाँव से होता हुआ तट तक पहुँचता है ।समूचा परिवेश गोवा से मिलता जुलता है सिर्फ मौसम को छोड़ कर ।गोवा में तीखी गर्मी का सामना करना पड़ता है तो दमन में जनवरी में सुबह शाम हाफ स्वेटर की जरुरत पड़ती है ।पर सूरज के चढ़ते ही गर्मी शुरू हो जाती है ।शाम को समुद्र तट पर कैशुरिना के जंगलों के साथ साथ लहरों को देखते हुए करीब दो किलोमीटर आगे चले गए ।सामने नानी दमन का तट और आबादी नज़र आ रही थी ।अचानक सूरज पर नज़र गई जो दहकता हुआ समुद्र की तरफ सरकता जा रहा था । शाम ढल रही थी और समुद्र के उथले पानी में बच्चो से लेकर हनीमून पर आए जोड़े पानी उछालते नज़र आ रहे थे । इस बीच सूरज समुद्र में समां चुका था और अँधेरा घिरने लगा था । पर तट के किनारे झोपडी नुमा रेस्तरां की रौशनी में लोग जमे हुए थे । इस समुद्री तट पर गुजरात का असर भी दिखाई पड़ रहा था । गोवा के कलंगूट बीच से लेकर अंजुना बीच तक शाम ढलते ही समुद्री व्यंजनों के बनाने की खुसबू हवा में महसूस की जा सकती है । यहाँ कुछ महिलाएं टोकरी में मदिरा की बोतले उठाए बेचती जरुर नज़र आई पर समुद्री व्यंजनों की वह
खुशबू नहीं जो लक्ष्य द्वीप के बंगरम द्वीप के समुद्र तट से लेकर गोवा के कलंगुट बीच पर महसूस होती है । पर दमन का यह खुबसूरत सैरगाह अब खतरनाक होता जा रहा है । अरब सागर का पानी दम तोड़ रहा है । बाक़ी अगली किस्त में ।

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