Monday, March 5, 2012

इसे जनादेश कहते है


अंबरीश कुमार
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने का रास्ता साफ़ हो चुका है .विक्रमादित्य मार्ग पर सुबह से जो भीड़ उमड़ी वह दोपहर होते होते जन सैलाब में बदल गई .समाजवादी पार्टी ने रिकार्ड सीटे जीत कर नया इतिहास रच दिया है .इसका ज्यादा बड़ा श्रेय अखिलेश यादव को जाता है जिन्होंने उत्तर प्रदेश के कोने कोने में जाकर लोहिया का नारा गूंजा दिया था .
अखिलेश यादव से नतीजो से पहले फोन पर बात हुई तो 'प्रणाम ' के साथ बोले -देखिए सब जगह से ठीक रिपोर्ट आ रही है .अपने को दो लोग' प्रणाम ' का संबोधन करते है एक नवभारत टाइम्स के संपादक राम कृपाल सिंह दूसरे अखिलेश यादव .ऐसा संबोधन किसी नेता से नहीं सुना .जब शुरू में साथ दौरा कर रहा था तो मुझसे आकलन पूछा तो मैंने कहा डेढ़ सौ सीटों से ज्यादा मिलेंगी .मैंने जब उनसे पूछा आपका क्या आकलन है तो अखिलेश का जवाब था ,१७० से ज्यादा मिलनी चाहिए .बाद में जब तस्वीर साफ़ हुई तो यही संख्या हमने भी दी .और जब १८० -१९० की संख्या पर हो जाए तो बाकी संख्या खुद आती है कही जाया नहीं जाता यह राजनीति के जानकर समझते है आज जो भीड़ समाजवादी पार्टी मुख्यालय पर मौजूद है उसका मूड ,माहौल ,ढोल -,नगाड़े की आवाज और होली के मौके पर जिस तरह दिवाली मनाई जा रही है उसे 'जनादेश 'कहते है

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