Wednesday, August 29, 2012

अगला चुनाव राहुल बनाम मोदी

अंबरीश कुमार लखनऊ ,अगस्त।राहुल गाँधी फिर उत्तर प्रदेश से बड़ा दांव लगाने जा रहे है । प्रदेश के पिछले चुनाव में उनके सामने अखिलेश यादव जैसा युवा चेहरा बड़ी चुनौती बना था पर देश के चुनाव में राहुल गाँधी को चुनौती देने वाला कोई युवा चेहरा नहीं है यह भी सच है । लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश फिर से संघर्ष का मैदान बनेगा और इसकी तैयारी कांग्रेस ने शुरू कर दी है । राजनीति में समाजवादी संत के रूप में मशहूर आचार्य नरेंद्र देव की तीसरी पीढी के सौम्य छवि वाले अयोध्या -फ़ैजाबाद के सांसद निर्मल खत्री को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने एक नया सन्देश देने का प्रयास किया है । देश के मौजूदा हालात को देखते हुए कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गाँधी बनाम नरेंद्र मोदी का मुकाबला दिखाकर मुस्लिम मतदाताओं को लामबंद कर सकती है । इस हालात में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा फायदा भले ना हो पर दूसरे राज्यों में कांग्रेस का समर्थन बढ़ सकता है । खांटी समाजवादी और कांग्रेस के बडबोले काबीना मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा यह कह चुके है कि अगला चुनाव राहुल और मोदी की बीच होना है । अगर मुकाबला राहुल बनाम मोदी हुआ तो उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस कुछ बेहतर कर दिखा सकती है ऐसा राजनीति के जानकारों का मानना है । हालाँकि भाजपा अभी इसपर कुछ बोलने को तैयार नहीं है क्योकि उसे गुजरात चुनाव के नतीजों का इंतजार है । गुजरात विधान सभा का चुनाव मोदी का आगे का रास्ता तय करेगा । पर मोदी को लेकर न भाजपा गंभीर है और न कांग्रेस ,यह भी रोचक तथ्य है । भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा -भाजपा में प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार तय नही किया गया है और हमारे यहाँ चार पांच नेता इस पद के लायक है । जबकि कांग्रेस प्रवक्ता वीरेंद्र मदान ने कहा -आप बहुत गलत तुलना कर रहे है । मोदी एक फिरकापरस्त दल के क्षेत्रीय नेता है जबकि राहुल गाँधी राष्ट्रीय दल के राष्ट्रीय नेता है जिसके मुकाबले में कोई नहीं है । पार्टी आलाकमान उत्तर प्रदेश के लिए नई रणनीति बना रहा है और राहुल गाँधी जल्द ही पूरी ताकत की साथ प्रदेश में फिर उसी तेवर में नजर आएंगे ।दूसरी तरफ राजनैतिक विश्लेषक वीरेंद्र नाथ भट्ट के मुताबिक अगर लोकसभा चुनाव राहुल बनाम मोदी हुआ तो उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को ज्यादा फायदा होगा पर दूसरे राज्यों में कांग्रेस भारी पड़ेगी । दूसरे यह मुद्दा उठते ही महंगाई और भ्रष्टाचार का मुद्दा हाशिए पर जा सकता है । हालाँकि उत्तर प्रदेश में राहुल गाँधी के लिए रास्ता बहुत आसन नही है । मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी सरकार के छह महीने पूरे होने के साथ ही गाँव ,किसान और नौजवान के लिए कई ठोस पहल करने जा रहे है । जिसमे किसानो को बिजली से लेकर नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता आदि शामिल है ।समाजवादी पार्टी भी लोकसभा चुनाव की तैयारी में है । सूत्रों की मुताबिक पार्टी नेतृत्व वामपंथी नेताओं से संवाद शुरू कर रहा है और तीसरे विकल्प के लिए नई जमीन तैयार करने की भी कवायद चल रही है । पर इसके लिए समाजवादी पार्टी को लोकसभा में अपनी ताकत बढ़ानी होगी । पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा -लोकसभा में हम तीन चौथाई सीटे जीतेंगे और मुलायम सिंह केंद्र में बड़ी भूमिका निभाएंगे ।ऐसे में कांग्रेस के लिए खासकर राहुल गाँधी के लिए उत्तर प्रदेश चुनौती भी है ।jansatta

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