Tuesday, April 8, 2014

चंबल के डाकू भी करने लगे है मोदी की जय जयकार !

चंबल के डाकू भी करने लगे है मोदी की जय जयकार ! बीहड़ में भी मोदी लहर दिनेश शाक्य भिंड। इस समय पूरे देश मे मोदी लहर का प्रभाव व्यापक स्तर पर दिख रहा है इसी लहर से प्रभावित हुए बिना चंबल घाटी मे कभी आंतक मचाये रहे डाकू भी नही रह सके है। मलखान सिंह,मोहर सिंह समेत दर्जनो डाकुओ के मददगार चंबल मे नरेंद्र मोदी की जय जयकार करने मे लग करके अपने मोदी प्रेम को उजाकर कर रहे है। उधर महिला डकैत सीमा परिहार दिल्ली मे भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी के पक्ष मे वोट मांग रही है। टीवी शो बिग बॉस मे आ चुकी सीमा ने सोनिया बिहार और करावलनगर मे नार्थ ईस्ट लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी के समर्थन मे प्रचार कर रही है। सीमा परिहार चंबल के खूंखार दस्यु सरगना निर्भय गुर्जर के गैंग मे होते हुए लालाराम के गैंग मे रह चुकी है। सीमा परिहार की डाकू जिंदगी पर वुन्डेड नाम की फिल्म का भी निर्माण हो चुका है। खुद सीमा परिहार शिवसेना,समाजवादी पार्टी मे रह चुकी है लेकिन राजनैतिक ताकत नही मिल पाने के बाद सीमा ने अपना कैरियर भोजपुरी फिल्म मे काम करके करना शुरू कर दिया है। कई दशको तक चंबल घाटी को अपने आतंक से थर्राने वाले खूंखार डाकू भी अब मोदी लहर मे मोदी की जय जयकार करने मे लग गये है। आंतक के पर्याय रहे खूंखार डाकुओ मे भी जग गया है भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के प्रति प्रेम भाव। एक समय हत्या,लूट,डाकेजनी और अपहरणो की वारदातो से चंबल को थर्राने वाले मलखान सिंह ने चंबल की भिंड और ग्वालियर संसदीय सीट के लिए भाजपा प्रत्याशी डा.भागीरथ सिंह और नरेंद्र सिंह तोमर के लिए खुल करके प्रचार शुरू कर दिया है। मलखान सिंह और मोहर सिंह के मोदी लहर मे बहने के कारण डाकुओ के कुछ पुराने साथी बेहद खफा भी है। आचार्य विनोबा भावे के आवाहन मे 1960 मे समर्पण करने वाले करीब 90 साल लोकमन दीक्षित उर्फ लुक्का का कहना है कि डाकुओ ने एक जमाने मे आंतक मचा कर लोगो की मुसीबत बढाई है आज वे समर्पण के बाद राजनेताओ की मदद करते है तो उनको आंतकी छवि के तौर पर ही देखा जायेगा इससे किसी को भी लाभ नही मिलेगा। मलखान सिंह मध्यप्रदेश के भिंड जिले के उमरी इलाके के विलाव गांव के रहने वाले है। करीब 15 साल मलखान सिंह ने चंबल के बीहडो मे काटे है। न्याय की तलाश मे भटके मलखान सिंह ने हाथो मे बंदूक थामी और चंबल के बीहड का रास्ता अपनाया। मलखान सिंह खुल के डाकू बनने की वेदना बयान करते हुए कहते है कि उनको डाकू बनानी वाली काग्रेंस है काग्रेंस ने हमेशा घोखा दिया है इस समय पूरे देश मे नरेंद्र मोदी की लहर दिख रही है देश मे सही दिशा सुशासन और विकास सिर्फ भाजपा ही दे सकती है। 17 जून 1982 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समक्ष सर्मपण करने वाले मलखान सिंह का कहना है कि आम आदमी और गरीबो को समय पर उचित न्याय मिल जाए,तो कोई भी समाज व परिवार को छोड करके बीहड का रास्ता नही पकडेगा। उनका कहना है कि शिवराज सरकार की यह सबसे बडी उपलब्धि है कि आज चंबल घाटी पूरी तरह से दस्यु विहीन बन गई है। अस्सी के दशक में आतंक का पर्याय रहे मलखान अब नरेन्द्र मोदी को पीएम बनाने के लिए लोगों से गुजारिश कर रहे हैं। सरेंडर करने के बाद एक आम नागरिक का जीवन बिता रहे मलखान अब बीजेपी के साथ हैं। वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ एक मंच पर बैठते हैं। साथ ही भिंड और ग्वालियर से बीजेपी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगते हैं। मध्य प्रदेश की भिंड लोकसभा सीट में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। 1962 के बाद हुए 13 लोकसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस सिर्फ तीन बार ही जीती है। साथ ही 1989 के बाद से कांग्रेस का यहां खाता तक नहीं खुला। हालांकि बीजेपी के इस बार के प्रत्याशी भगीरथ प्रसाद 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी थे। लेकिन वे बीजेपी के अशोक अर्गल से हार गए। मोदी लहर मे डाकुओ के प्रचार से प्रभावित हो कर सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य का कहना है कि कांग्रेस स कुशासन से परेशान होकर मखखान सिंह और मोहर सिंह जैसे लोगो ने बीहड का रास्ता अपनाया था लेकिन आज भाजपा की नीतियो से प्रभावित होकर नरेंद्र मोदी के पक्ष मे प्रचार करने से जाहिर है कि भाजपाई प्रत्याशियो को लाभ मिलेगा। इसके ठीक विपरीत काग्रेंस की भिंड ईकाई के उपाध्यक्ष डा.राधेश्याम शर्मा का कहना है कि चंबल मे कभी आंतक मचाये रहे डाकुओ के प्रभाव का इस्तेमाल भाजपा अपने प्रत्याशियो को जिताने के लिए कर भले ही रही हो लेकिन हकीकत मे भाजपा को डाकुओ के सर्मथन और सहयोग का कोई लाभ नही मिलेगा क्यो कि डाकुओ की आंतकी छवि का असर हमेशा बरकरार रहता है। जनादेश न्यूज़ नेटवर्क

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