Thursday, April 12, 2012

सुनीलम को फंसाए जाने पर खामोश क्यों है अन्ना हजारे


अंबरीश कुमार
लखनऊ , अप्रैल । अन्ना हजारे और उनकी टीम जो संसद पर निशाना साधती रही है ,प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्रियों पर हमला करती है और सीबीआई को राजनीति का सरकारी औजार बताती रही है वह मौका पड़ने पर किस तरह खामोश हो जाती है यह टीम अन्ना के सदस्य और किसान नेता सुनीलम और ६८ किसानो के खिलाफ सीबीआई की चार्जशीट दाखिल करने बाद सामने आ गया गया है । किसान मंच ने राजनैतिक वजहों से किसान नेता सुनीलम को फंसाए जाने और अन्ना हजारे की ख़ामोशी की तीखी निंदा की है । सुनीलम मध्य प्रदेश के छिदवाडा में पेंच परियोजना से जुडी कुछ अन्य परियोजनाओं का विरोध कर रहे है जिससे कांग्रेस के दिग्गज नेता और केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ से और अडानी समूह से भी टकराव चल रहा है । ऐसे में सीबीआई की भूमिका पर सवाल खड़ा हो रहा है । किसान मंच के अध्यक्ष विनोद सिंह और मंच के उपाध्यक्ष व पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के पौत्र अक्षय सिंह ने आज यहाँ कहा -किसान संघर्ष समिति के नेता सुनीलम को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की वजह से यह सब झेलना पड़ रहा है । हैरानी की बात यह है कि हर मुद्दे पर सीधे चैनल पर प्रगट होने वाली टीम अन्ना के किसी भी सदस्य ने अभी तक इसकी निंदा तक नहीं की है । किसान मंच ने साफ़ किया है कि सीबीआई की इस कार्यवाई का वह पुरजोर विरोध करेगी और उनके पक्ष में जन समर्थन भी जुटाएगी । यह पूरा मामला कारपोरेट घरानों की लूट और किसानो के शोषण से जुड़ा हुआ है ।
सुनीलम और ६८ किसानो के खिलाफ जबलपुर की सीबीआई अदालत में आईपीसी की धारा १४७,१४८,१४९,३८०, ४२६ ,४२७,४४७,४३६ के तहत चार्जशीट दायर की गई है । किसान मंच के मुताबिक ११ सितंबर २००७ को मुलताई में हुए किसान संघर्ष में २४ किसान और एक पुलिस वाला मारा गया था । इस आंदोलन का नेत्रित्व करने वाले सुनीलम के साथ दर्जनों किसानो पर हत्या समेत कई मुक़दमे दर्ज किए गए । इस मामले में पुलिस प्रशासन के खिलाफ कोई मामला नहीं चलाया गया । विनोद सिंह ने कहा -यह सब राजनैतिक बदले की भावना के तहत किया जा रहा है । कांग्रेस जो किसानो के नाम पर घडियाली आंसूं बहती है किस तरह मध्य प्रदेश के किसानो से बदला ले रही है इससे यह साफ़ हो गया है ।
अफ़सोस की बात यह है की अन्ना हजारे और उनकी टीम इसपर खामोश है जबकि खुद सुनीलम उनकी टीम का हिस्सा है । मध्य प्रदेश में पहले आन्दोलन में चौबीस किसानो की जान गई और डेढ़ सौ किसानो को गोली लगी । अब करीब सत्तर किसान फर्जी मामला बनाकर फंसाए जा रहे है । इसके पीछे वे कारपोरेट घराने शामिल है जो जल जंगल जमीन पर कब्ज़ा करने के लिए हर हथकंडे अपना रहे है । जिस तरह अडानी समूह किसानो की जमीन छीन रहा है वह शर्मनाक है और उसके खिलाफ किसानो को लामबंद करने वाले सुनीलम को फंसाया जा रहा है । इसे लेकर किसान मंच विभिन्न जन संगठनों को लामबंद करेगा ।

1 comment:

  1. सुनीलम के मसर्थन में आने पर 'वह' हासिल नहीं होगा जिसके लिए टीम अण्‍णा उठापटक कर रही है।

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