Thursday, February 28, 2013

यह अखिलेश का दबदबा है

बसपा तीसरे नंबर पर,भाजपा और कांग्रेस की जमानत जब्त अंबरीश कुमार लखनऊ ,1,मार्च ।सत्ता का एक साल पूरा करने से पहले ही पूर्वांचल का पहला उप चुनाव 34000 वोटों से जितवा कर अखिलेश यादव ने राजनैतिक दबदबा दिखा दिया है । इस चुनाव में दोनों राष्ट्रीय विपक्षी दलों भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है ।समाजवादी पार्टी का कोई भी शीर्ष नेता भाटपाररानी विधान सभा क्षेत्र में नहीं गया और आज वह सपा के उम्मीदवार आशुतोष उपाध्याय उर्फ़ बबलू ने चौतीस हजार वोटों से अपनी जीत दर्ज कर सभी दलों को तगड़ा झटका दिया है । यह उत्तर प्रदेश के मौजूदा राजनैतिक हालत को भी दर्शा रहा है जिसमे विपक्ष फिलहाल बहुत दयनीय स्थिति में है । तीसरे नंबर पर रहने वाली बसपा ने मतगड़ना के बाद धांधली का आरोप लगाया है ।सपा के आशुतोष उपाध्याय ने 73100 वोट लेकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी शुभ कुंवर को 34102 वोटों से हराया । शुभ कुंवर को 38998 वोट मिले जो बसपा का बागी उम्मीदवार था जबकि वास्तविक उम्मीदवार बिंद सिंह कुशवाहा को 24711 वोट मिले । इसके आलावा सभी की जमानत जब्त हो गई । इस चुनाव में कांग्रेस के निर्मल खत्री से लेकर बसपा के स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा के सूर्य प्रताप शाही की प्रतिस्था दांव पर लगी थी जो ध्वस्त भी हो गई । गौरतलब है भाटपारानी विधान सभा क्षेत्र में उपचुनाव राज्य सरकार में मंत्री श्री कामेश्वर उपाध्याय के निधन के कारण हुआ है। समाजवादी के ब्राह्मण उम्मीदवार को मिले सत्तर हजार से ज्यादा वोट पार्टी के लिए राजनैतिक रूप से बहुत मददगार है जिसके खिलाफ माहौल बनाया जा रहा था कि पूर्वांचल में स्थिति ख़राब हो चुकी है । पर इतने वोट अलग कहानी कह रहे है और यह समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लिए भी महत्वपूर्ण उपलब्धि है ।पूर्वांचल में विरोधी दल दावा कर रहे थे कि इतने दंगे हुए है अखिलेश के राज में कि कोई वोट नहीं देगा और सपा की करारी हार होगी होगी । पर मामला उलट गया । समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भाटपाररानी विधान सभा क्षेत्र के उपचुनाव के आज घोषित परिणाम से स्पष्ट हो गया है कि जनता को अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी समाजवादी पार्टी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों पर पूरा भरोसा हे और इस सरकार की लोकप्रियता बराबर बढ़ रही है। मतगणना में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी आशुतोष उर्फ बबलू की 34 हजार से ज्यादा वोटों से जीत इस बात पर भी मुहर लगाती है कि समाजवादी पार्टी सरकार के विकास एजेण्डा से जनता संतुष्ट है और बसपा के कुशासन तथा तानाशाही को अभी तक भूली नहीं है। इसीलिए उसने बसपा प्रत्याशी बिन्दा कुशवाहा को तीसरे नम्बर पर ढकेल दिया है। भाजपा की भी बुरी गत बनी है। कांग्रेसी प्रत्याशी को जिस तरह उत्तर प्रदेश के मतदाताओं ने नकारा है उससे यह साफ़ संकेत मिलता है कि केन्द्र सरकार की नीतियों से जनता में घोर असंतोष है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता ने आज यहाँ आरोप लगाया कि भाटपाररानी (देवरिया) विधान सभा उपचुनाव जीतने के लिये सत्ताधारी सपा द्वारा अपनी गिरती साख के मद्देनजर बड़े पैमाने पर धांधली व सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किया गया है।जनसत्ता

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