Tuesday, July 9, 2013

मोदी के नाम पर फिर से उग्र हिंदुत्व की राह पर भाजपा

अंबरीश कुमार लखनऊ ,8 जुलाई ।उत्तर प्रदेश में भाजपा फिर उग्र हिंदुत्व की राह पर जा रही है । इस बार यह कवायद नरेंद्र मोदी के चेहरे के पीछे से होगी ।यह बात मोदी के सिपहसालार अमित शाह की भाषा से साफ़ हो गई है ।फिर वही जुमले ' जिस हिंदू का खून न खौला खून नही वह पानी है , उछलने लगे है ।अमित शाह ने कल पूर्वांचल के गोरखपुर में पार्टी के जिला अध्यक्षों की बैठक में कहा - जब समाजवादी पार्टी द्वारा आतंकवादियों को छोड़ने की बात की जाती है, गो तरस्करी हो रही है। बांग्ला देशी घुसपैठियों पर कोई नियत्रण नही है। क्या यह सब देखकर सुनकर भाजपा के कार्यकर्ता का खून नही खौलता ? खून खौलने वाली इस तरह की भाषा इससे पहले नब्बे के दशक में मंदिर आंदोलन के दौर सुनी गई थी ।अब नरेंद्र मोदी ने प्रदेश की कमान अप्रत्यक्ष ढंग से संभाल ली है तो उनकर राजनैतिक हथकंडे भी सामने आने लगे है ।यह उसकी बानगी है । भाजपा के चुनाव अभियान के प्रभारी नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों की राजनैतिक नब्ज पकडना शुरू कर दिया है ।उनके सिपहसालार और उत्तर प्रदेश के प्रभारी अमित शाह अबतक मेरठ ,लखनऊ ,अयोध्या और गोरखपुर का दौरा कर बैठकों का सिलसिला शुरू कर चुके है ।उनके साथ सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया और सतेन्द्र कुशवाहा पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ बुंदेलखंड के हालात का जायजा ले रहे है ।ये सिर्फ हालात का जायजा ही नही ले रहे बल्कि हर समस्या का समाधान भी बताएँगे ।पार्टी कार्यकर्त्ता मोदी और उनकी इस टीम को लेकर उत्साहित भी है ।भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा -अमित शाह की कार्य शैली से कार्यकर्ताओं का उत्साह बढा है ।वे बगैर लाग लपेट के अपनी बात रखते है । जिलों जिलों में प्रदेश स्तर के एक एक नेता को प्रभारी बना कर भेजा गया है ।मै खुद अबतक पांच बार आंबेडकर नगर जा चुका हूँ ऐसे में जिलों के नेता गांव गांव तक तो पहुँच ही चुके है । पूर्वांचल में भाजपा को काफी उम्मीद है । यह अंचल पहले से ही योगी आदित्यनाथ के हिंदुत्व की प्रयोगशाला रहा है।अब नरेंद्र मोदी के आ जाने के बाद यहाँ के हालात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है ।यह तय है कि हिन्दुत्ववादी ताकते चुनाव से पहले ही माहौल बनाकर ध्रुवीकरण का प्रयास करेंगी ।यह अमित शाह की भाषा से साफ़ हो गया है । पूर्वांचल के गोरखपुर में अमित शाह ने जिला अध्यक्षों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया और कहा -भारतीय जनता पार्टी इस तरह की पार्टी है जो बिना प्रत्याशी के बावजूद भी चुनाव अभियान की शुरूआत कर सकती है। हम पार्टी की रीति नीति को मण्डल, शहर, गांव में क्या प्रत्याशी के माध्यम से ही जाएंगे। क्या हम एक व्यक्ति के आधार पर चुनाव लड़ेंगे। पहले से मन से निकाल कर उखाड़ कर फेक दीजिए कि भाजपा को प्रत्याशी जिताएगा । भाजपा का कार्यकर्ता भाजपा को हिन्दुत्व व विचारधारा के साथ पार्टी को जिताएगा। पार्टी चलाने का दायित्व विधायक, सांसद का नही है। बल्कि दायित्व जिलाध्यक्ष का है। शाह ने कहा कि आप सभी अपने अपने जिलों में पार्टी का चेहरा है। बूथ की रचना यह सोच कर नही करना है कि हमें 2014 का लोकसभा का चुनाव लड़ना है। बल्कि बूथ की रचना अगले 20 वर्षो के लिए मजबूत ढाचे पर भाजपा को खड़ा करने के लिए बनाना है। चुनाव में बूथ की अहम भूमिका होती है। चुनाव जीतते है तो बूथ प्रबन्धन से और हारते है तो भी बूथ की वजह से । शाह ने कहा कि जब समाजवादी पार्टी द्वारा आतंकवादियों को छोड़ने की बात की जाती है, गो तरस्करी हो रही है। बंगलादेशी घूसपैठीयों पर कोई नियत्रण नही है। क्या यह सब देखकर सुनकर भाजपा के कार्यकर्ता का खून नही खौलता ? इन सबको रोकने की जिम्मेदारी हमारी है। कांग्रेस और सपा पिछड़ो के हितों की बात करती है। और संविधान द्वारा 50 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा पिछड़ो और दलितो को दी गयी है। यदि कांग्रेस और सपा मुस्लिमो को आरक्षण देने की बात करती है। तो वह पिछड़ो व दलितो के ही हक को मारने का काम कर रही है। यह बात पिछड़ो और दलितो को समझाना होगा। भाजपा ही पिछड़ो व दलितो के हित व अधिकार की बात करती है। गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी व सदर सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब अपने पराक्रम को विस्मृत कर देते है। इसी नाते हम पीछे है। हमारा पराक्रम हिन्दू राष्ट्रवाद के आधार पर होगा। हम लोग यदि जाति के पीछे अगड़े पीछड़े के चक्कर में फसे तो नतीजा अच्छा नही होगा। हमारे पास सबसे बड़ा वोट बैंक है। उस दायरा को अगर हम तोड़ने का काम करते है तो हमारा नुकसान होगा। इसलिए हमें हिन्दूत्व व विकास के आधार पर जनता के बीच में जाना चाहिए।

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