Wednesday, February 15, 2012

तीसरे दौर के मतदान की साथ तेज होने लगा जातीय ध्रुवीकरण



अंबरीश कुमार
लखनऊ १५ फरवरी। तीसरे दौर के मतदान के साथ ही उत्तर प्रदेश में बड़े राजनैतिक ध्रुवीकरण की जानकारी मिल रही है । दस जिलों की ५६ सीटों के लिए आज हुए मतदान में मोटे तौर पर मुस्लिम ,यादव और राजपूतों की एकजुटता बसपा पर भारी पड़ती नजर आ रही है । गांवों की लड़ाई में अभी भी मुख्य लड़ाई सपा और बसपा में है तो शहरी इलाकों में यह मुकाबला सपा की साथ भाजपा और कांग्रेस में हो रहा है । कुछ विधान सभा क्षेत्रों में बसपा ने अपनी हर देख भाजपा की अप्रत्यक्ष मदद भी की है । कुछ दिन पहले ही संघ ने इस बात का खंडन किया था कि भाजपा की कमजोर सीटों पर बसपा की मदद करने का कोई निर्देश नहीं दिया गया है। हो सकता व्यावहारिक रूप में भी यह सही हो पर कई जगहों पर यह उलट जरुर गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी बहमत की सरकार बनाने जा रही और किसी के समर्थन की जरुरत ही नहीं पड़ेगी । पार्टी ने साफ़ किया है कि कुछ समाचार माध्यमों ने दिल्ली में केंद्र सरकार को समर्थन दिए जाने के सवाल को उत्तर प्रदेश से जोड़ दिया जिससे भ्रम फैला । केंद्र में भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस को समर्थन दिया गया था । पार्टी ने यह भी दावा किया कि अबतक तीन चरणों के मतदान के बाद इन इलाकों में सौ से ज्यादा सीटे पार्टी जीतने जा रही है ।
दूसरी तरफ आज हुए मतदान के बाद कई जिलों से जातीय ध्रुवीकरण की जानकारी सामने आई है । जौनपुर में जनसत्ता के प्रतिनिधि आरिफ हुसैनी के मुताबिक इस जिले की ज्यादातर सीटों पर मुख्य लड़ाई समाजवादी पार्टी लड़ रही है और मुसलमानों का बड़ा हिस्सा सपा के पक्ष में गया है । कांग्रेस एक सीट पर मजबूत नजर आ रही है । यह बाहुबली धनंजय सिंह का निर्वाचन क्षेत्र है जिनके मायावती से संबंध बिगड़े तो वे जेल भेज दिए गए और उसकी प्रतिक्रिया इस चुनाव में भी दिख रही है । धनंजय समर्थक ज्यादातर सीटों पर बसपा हराओ का नारा दिए हुए थे जिसका मुख्य फायदा समाजवादी पार्टी को मिला ।
वाराणसी में किसान मंच के अध्यक्ष विनोद सिंह ने कहा -वाराणसी में आज जिस तरह मतदान हुआ वह हवा का रुख साफ कर चूका है । गांव में मुख्य लड़ाई सपा और बसपा में है जबकि शहरों में कांग्रेस और भाजपा भी सपा से ही लड़ रही है । मुस्लिम बहुल इलाकों में जिस तरह समाजवादी पार्टी का झंडा बैनर दिखा और मतदान केन्द्रों पर उनकी भीड़ उमड़ी उससे साफ हो गया कि बड़ा हिस्सा सपा के साथ गया है । दूसरे जिलों से भी इसी तरह की जानकारी आ रही है जिसके मुताबिक मुस्लिम के साथ यादव और राजपूत बड़ी संख्या में सपा के पक्ष में खड़े हुए है । बसपा की तो यह स्थिति भी आई कि जहाँ उसे हार दिखी वहा भाजपा के समर्थन का इशारा कर दिया गया । पूर्वांचल के कई इलाकों में यह हुआ है ।
इस बीच समाजवादी पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा -तीसरे चरण के मतदान के बाद सौ से ज्यादा सीटों पर हमारी जीत होने जा रही है । अल्पसंख्यकों ने जिस तरह मुलायम सिंह में अपना विश्वास जताते हुए हर जगह भरी समार्थन दिया है उससे प्रदेश में हमारी सरकार बनने का रास्ता भी साफ़ हो गया । हमें किसी के समर्थन की जरुरत ही नहीं पड़ेगी । इस संबंध में कुछ समाचार माध्यमों के जरिए जो भ्रम फैला उसे भी मुलायम सिंह ने शाम को साफ कर दिया । वे केंद्र सरकार के समर्थन की बात का रहे थे उत्तर प्रदेश के बारे में नहीं ।
सुल्तानपुर से जनसत्ता के प्रतिनिधि राज खन्ना के मुताबिक समूचे जिले में मुस्लिम वोटो का रुझान सपा के पक्ष में नजर आया अपवाद एक दो जगह रही जहाँ बसपा का मुस्लिम उम्मीदवार मजबूत था उसे समर्थन मिला । पर समूचे जिले में ज्यादा फायदा सपा को हो रहा है जिसके साथ सिर्फ मुस्लिम यादव ही नहीं अगड़ी जातियों खासकर भाजपा का समर्थन करने वाले भी खड़े हुए है । इसी तरह कई और विधान सभा क्षेत्रों से मुस्लिम ध्रुवीकरण की जानकारी सामने आई है । जिसके चलते यादव राजपूत समीकरण और भरी पड़ता नजर आ रहा है । जनसत्ता

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